जैसा की आप सभी जानते है । कि संसार में किसी भी जगह से या किसी भी जाति या धर्म का चाहे मेल हो या फीमेल। सभी को अपने जीवन में खुश , हेल्थी और स्वस्थ जीवन जीने की चाह है
जानिए, जानिए जीवन में खुश , हेल्थी और स्वस्थ जीवन जीने की चाह with Healthydunia...
1. किसी भी दूसरे व्यक्ति के साथ तुलना न करना 2. खाने पीने की वस्तुओं का ध्यान रखना 3. प्रतिदिन योगभ्यास करना 4. कुछ नया सिखाते रहना चाहिए 5. नियमित कसरत 6. हाइड्रेटेड रहें 7. समय से सोये और सुबह जल्दी उठे 8. फ़ास्ट फ़ूड से दूर रहे 9. अच्छे लोगों के साथ रहे 10. मानसिक तनाव से बचे
हेलो दोस्तों, जामुन एक बहुत ही महत्वपूर्ण व अयुर्वेदिक ओषधि है। इसका रंग काला व बैंगनी होता है। जामुन गर्मियों के मौसम में पाया जाता है। इसमें विटामिन बी और आयरन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसका पेड़ आम के पेड़ जैसा होता है। यह ज्यादातर भारत और दक्षिण एशिया में अधिक पाया जाता है। जामुन का वानस्पतिक नाम सिजिगियम क्युमिनी या मिरट्स क्युमिनी है।
जामुन में उपलब्ध पोषक तत्व
खनिज की मात्रा जामुन में अधिक पाई जाती है। जामुन में फाइबर, विटामिन व आयरन अधिक मात्रा में होता है। इसका बीज भी बहुत काम का होता है। जामुन के बीज में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन कार्बोहाइटेड और कैल्शियम होता है।
जामुन खाने से बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। जामुन खाने के फायदे निम्नलिखित है।
पत्थरी की समस्या में
यदि किसी व्यक्ति के पेट में पत्थरी है, तो आप जामुन की गुठली को सुखाकर उसका पॉउडर बना ले, अब इस पॉउडर को दही या मठे के साथ लेने से कुछ ही दिनों में आपके पेट से पत्थरी बहार निकल जाएगी। और इसके साथ जामुन भी खाने से बहुत फायदा होता है।
ये बीमारी सबसे खतरनाक मानी जाती है, इन भयानक रोगों को दूर करने के लिए जामुन एक ऐसा वरदान माना जाता है। जिसका नियमित रूप से सेवन करने से एड्स व कैंसर जैसी घातक बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है। जामुन में बायोएक्टिव फाइटोकेमिकल्स जो पॉलीफिनाइल में पाया जाता है। कैंसर से लड़ने में सहायक होता है।
मधुमेह
जामुन के फल को मधुमेह का रोगी बिना किसी परेशानी के खा सकता है। इससे रोगी को बहुत अधिक फायदा होता है। जामुन रक्त में शक़्कर की मात्रा को निंयत्रित करता है। जामुन की गुठली का पॉउडर बनाकर सुबह – शाम लेने से मधुमेह का रोग जड़ से ख़त्म हो जाता है। या आप प्रतिदिन 200 ग्राम जामुन का सेवन भी कर सकते हो।
जामुन में विटामिन ए और सी के अलावा आयरन भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। जो शरीर के ब्लड की समस्या को दूर कर स्वास्थ्य को स्वस्थ रखता है। इससे त्वचा संबंधित सभी समस्या दूर हो जाती है। नियमित रूप से जामुन का सेवन करने से मुँहासे,कील व चेहरे पर दाग – धब्बे नहीं होते है। जिससे आप की त्वचा गोरी और चमकदार दिखती है।
मुँह के छाले
जामुन के 30 से 40 पत्तों को पीसकर एक गिलास पानी में गोल ले, अब इसको छानकर कुल्ले व गरारे करने से मुँह के छाले जल्दी ठीक हो जाते है। इसको खाने से भी बहुत अधिक फायदा होता है, इसका शर्बत पीने से शरीर की थकान दूर हो जाती है।
अफीम का नशा
यदि किसी व्यक्ति को अफीम का नशा हो जाता है, तो उसको उतारने के लिए जामुन के पत्तों को पीसकर उसका रस पीड़ित व्यक्ति को पीलाने से बहुत जल्दी लाभ मिलता है।
लीवर की समस्या में
प्रतिदिन सुबह – शाम जामुन के पत्तों का रस पीने से लीवर की समस्या के छुटकारा मिलता है। जामुन में फाइटोकेमिकल्स भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जो शरीर की रोग – प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है।
उलटी – दस्त या हैजा
जामुन के ताजे फलों का रस निकालकर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर शर्बत जैसी चासनी बना ले, जब कभी – भी उलटी – दस्त या हैजा जैसी बीमारी की शिकायत हो तो दो चम्मच शर्बत और एक चम्मच अमृतधारा मिलाकर पीने से तुरंत राहत मिलती है।
मंजन के लिए
जामुन के दो किलो हरे पत्तों को सुखाकर, जलाकर महीन पीस लें, इस चूर्ण से मंजन करने से दाँत मजबूत और चमकने लगते है। आप जामुन की छाल को बारीक़ पीस कर नित्य मंजन करे। इससे दांतो के सारे रोग ठीक हो जायेगे।
मुँहासे की समस्या में
जामुन खाने से चेहरे की मुँहासे मिट जाते है। जामुन की गुठलियों को पानी में डालकर , उसको पीसकर चेहरे पर लेप करके आधे घंटे बाद धोने से मुँह एकदम से चमकने लगता है।
दमा के लिए फायदेमंद
जामुन की गुठली की गिरी को कूट कर पीस लें। दो कप पानी में इसकी एक चम्मच डालकर इतना उबालें की उबलते हुए एक कप ही पानी रह जाये। इसे छानकर स्वादानुसार दूध में चीनी डालकर नित्य दो बार पीते रहें। गले में जलन या दर्द हो तो हररोज जामुन का रस पिए।
स्मरण – शक्तिवर्धक
व्यक्ति की बुढ़ापे में मस्तिक की कोशिकाओं की क्षमता घटने लगती है, जिससे व्यक्ति की स्मरण – शक्ति कमजोर हो जाती है। जामुन का किसी न किसी रूप में सेवन करने से स्मरण – शक्ति में वृद्धि होती है।
मधुर आवाज़
जामुन की गुठली को सुखाकर बनाया गया चूर्ण में शहद मिलाकर चाटने से आवाज़ का भारीपन नष्ट होता है। और आवाज़ एकदम सुरीली हो जाती है। जामुन के पत्ते चबाने से मुँह की दुर्घध दूर होती है।
घाव के लिए
अक्सर नए जूते या जूती पहनने से पांव में छाले पड़ जाते है। ऐसा होने पर जामुन की गुठली पीस कर लगाने से दर्द दूर हो जाता है। अगर आप के घाव हो गया है, तो जामुन की गुठली को सुखाकर पीस लें, फिर उस पाउडर में पानी डालकर पेस्ट बना लें, और घाव वाले स्थान पर लगाने से बहुत अधिक फायदा मिलता है।
जामुन खाने से होने वाले नुकसान
जैसे जामुन हमारे लिए फायदेमंद है, उसी प्रकार इनका अधिक मात्रा में सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
दूध पिलाने वाली महिला को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
बहुत अधिक मात्रा में जामुन का सेवन करने से खांसी हो जाती है।
खाली पेट जामुन खाना खतरनाक होता है।
बहुत अधिक मात्रा में जामुन खाने से फेफड़े के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
ज्यादा मात्रा में जामुन खाने से दर्द और बुखार जैसी समस्या हो सकती है।
Welcome our website Healthy Dunia आज हम इस लेख में जानेंगे। कि आखिर किन कारणों से पंजाब और हरियाणा मंगवा रहा है, राजस्थान से अनाज (marwar ka aanaj in hindi)। और उस अनाज में ऐसी कौन – सी खास बात है। इससे हरियाणा और पंजाब के लोगो को क्या – क्या लाभ होगा। जानिए ये सभी बातें पूरे विस्तार से।
हाल ही में एक खबर आई थी। कि राजस्थान यानि मारवाड़ का अनाज इतना अधिक फेमस हो चूका है। कि इस अनाज का मूल्य हरियाणा और पंजाब में प्रति क्विंटल 1000 और 1500 रुपए अधिक है। जानिए ये हैरान कर देने वाली न्यूज का राज। इसके लिए आपको यह लेख पूरा और विस्तार से पढ़ना होगा।
Table of Contents
पंजाब और हरियाणा का अनाज – Haryana or Panjab ka aanaj
हम जानते है। कि पंजाब और हरियाणा में अनाज बहुत अधिक और मात्रा में उत्तपन होता है। लेकिन इसका सेवन करने की वजह से 40 % लोगों को कैंसर की बीमारिया है। इसका प्रमुख कारण खेतों में अधिक से अधिक कीटनाशक दवा और खाद का इस्तेमाल करना है।
यह एक तरह से धीमा जहर है। जो हमारे शरीर में धीरे – धीरे प्रवेश करता है। और समय बदलने के साथ यह धीमा जहर हमारे स्वास्थय को पूरी तरह से नष्ट कर देता है। लेकिन मारवाड़ में ऐसा नहीं होता है। वहां पर जितना भी अनाज होता है। वो बहुत अधिक पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। पूरी तरह वर्षा के पानी और ऑर्गेनिक तरिके से।
जानिए मारवाड़ के अनाज का राज – Marwar ka aanaj in hindi
जैसा कि हम सभी जानते है। कि मारवाड़ में इतनी अधिक पानी की व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से वो अधिक अनाज उत्तपन कर सके। लेकिन वहां की खास बात यह है। कि वहां पर जितना भी अनाज उत्तपन होता है। वह वर्षा के पानी और ऑर्गेनिक तरिके से पैदा होता है। उसमे किसी भी प्रकार की कीटनाशक दवा का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। क्योंकि वहां के लोगों का मानना है। कि चाहे खेती यानि अनाज कम उत्तपन हो लेकिन वह पूरी तरह से स्वस्थ और ऑर्गेनिक तरिके से पैदा होना चाहिए। ताकि इस अनाज को खाने से किसी भी प्रकार कि बीमारियों का सामना न करना पड़े।
हरियाणा और पंजाब के अनाज से बढ़ रहा है – कैंसर
समय बदलने के साथ – साथ हमारे खान – पान में बदलाव आ रहा है। क्योंकि आज के समय में सभी लोग पैसे के पीछे पड़े है। उनको अपने स्वास्थय से कोई मतलब नहीं है। ऐसी स्थिति में किसान अधिक अनाज उत्तपन करने के लिए अपने खेत में महगीं से महगीं कीटनाशक दवा लाता है। और उसका इस्तेमाल करके अनाज तो अधिक उत्तपन कर लेता है। लेकिन उसको यह पता नहीं होता है। कि जब वह इस अनाज का सेवन करेगा। और बाद में बीमार हो जायेगा। तो उसको ठीक होने में कितना अधिक पैसा लगेगा। यह सोच हरियाणा और पंजाब के लोग न रखकर कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करते हुए। खेती करते रहते है। और बाद में उनको खतरनाक बीमारियों का सामना करना पढ़ता है।
जानिए मारवाड़ के अनाज का मूल्य Prices of marwar’s aanaj in hindi
जिस प्रकार हम सभी जानते है। कि कम और अच्छी चीज का मूल्य हमेशा अधिक ही होता है। और अधिक मात्रा में चीज का मूल्य कम होता है। उसी प्रकार मारवाड़ में अनाज कम मात्रा में होता है। लेकिन वह अनाज पूरी तरह से स्वस्थ और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। इसलिए उस अनाज का मूल्य पंजाब और हरियाणा के अनाज के मूल्य से 1000 – 1500 रुपय अधिक होता है। वो भी प्रति क्विंटल।
हेलो दोस्तों,
मैं आज आप को केला खाने के फायदे बताउगा। इसके साथ मे आप को ये भी बताउगा की आप दवाइयों की जगह केला खा कर किस प्रकार बीमारियों से छुटकारा पा सकते है। और मे आप को ये भी बताउगा की केले मे सबसे अधिक विटामिन कौन – सा होता है।
केले की सबसे अच्छी किस्में भारत मे ही पाई जाती है। केले की कई किस्में होती है परन्तु इनमें माणिक्य , कदली , मत्र्य कदली , अमृत कदली और चम्पा कदली आदि प्रमुख है। सुनहरे पतले व पीले छिल्के वाले केले बहुत स्वादिष्ट होते है।
लाल केला लम्बा व फीका होता है। मोटे छिल्के वाले तिकोने केले की सब्जी बनाई जाती है। कच्चे व पक्के दोनों प्रकार के केला का प्रयोग होता है पक्के केले को छिल्का उतार कर खाय जाता है और कच्चे केले की सब्जी बनाई जाती है। इसके अलावा केले के फूल की भी सब्जी बनाई जाती है। https://healthydunia.in/
बहुत पौष्टिक होता है केला
यदि आप 125 ग्राम का केला खाते है, तो इसमें इतने सारे पोषक तत्व मिलते है। कि आप जान कर हैरान हो जाओगे।
सख्यां
पोषकतत्व
मिलीग्राम
1.
पोटैशियम
450
2.
कैलोरी
110
3.
यूनिट विटामिन ‘ए
81
4.
मैग्रीशियम
34
5.
माइक्रोग्राम फॉलेट
25
6.
विटामिन ‘सी’
9
7.
डाइट्री फाइबर
3
8.
नियासिन
0.8
9.
विटामिन ‘बी 6’
0.5
10.
आयरन और मैंग्रीज
0.3
केले के फायदे (Kela khane ke fayde)
केले का सेवन करने के बहुत फायदे है। केले को हम खा कर व उसका पेस्ट बना कर यूज करते है।
कमजोरी
हम अक्सर देखते है की कई लोग या छोटे बच्चे शरीर मे बिल्कुल ही कमजोर होते है। इस कमजोरी को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका केले का सेवन करना है। खाना खाने के बाद तीन महीने तक लगातार केला खाने से आप के शरीर की कमजोरी दूर हो जायेगी।
मधुमेह के रोग
कच्चे केले के टुकड़े करके उसे सूख ले और उसे कूट के बोतल में भर ले। यह एक चम्मच फीके गाय के दूध के साथ सेवन करे। इससे बहुत लाभ मिलता है। यदि मधुमेह के रोगी को बार – बार पेशाब आता है तो उसके लिए केला खाना बहुत लाभकारी है।
प्यास अधिक लगना
कई बार हम देखते है की हमारा गला बार – बार सूख जाता है। हमें प्यास भी बहुत लगती है। ऐसे में हमें दो – दो केले दिन में तीन बार खाने चाहिए।
जी – मिचलाना व खट्टी डकारे आना
केले पर चीनी और इलायची डालकर खाने से खट्टी डिकारे नहीं आती है। केले के तन्ने या फल का रस 20 से 40 मिलीमीटर को कालीमिर्च के साथ मिलाकर सुबह – शाम खाने से खट्टी डिकारे नहीं आती है।
घाव
केले के छिलके को पीसकर घाव पर लगाने से घाव ठीक होता है। केले के कोमल पत्ते को जख्म पर बांधने से तुंरत आराम मिलता है।
आहार नली की जलन
केला का रस 20 से 40 मिलीमीटर तक सुबह – शाम कालीमिर्च के साथ खाने से बहुत लाभ मिलता है।
खांसी
पुरानी से पुरानी खासी केले के सेवन से दूर हो जाती है। केले के पत्तो को जलाकर उसको शीशी में डाल ले , अब इसको हर – रोज सुबह – शाम शहद के साथ लेने से पुरानी से पुरानी खांसी ठीक हो जाती है। केले की राख में नमक मिलाकर उसका सेवन करने से खांसी ठीक होती है।
गंजेपन
केले के गूदे को पीसकर नींबू के रस में मिलाकर पीने से गंजेपन से छुटकारा मिलता है।
हिचकी आना
जब किसी व्यक्ति को ज्यादा हिचकी आती है। तो उसे जंगली कदली केले के पत्ते कि राख एक ग्राम को 10 ग्राम शहद में मिलाकर हिचकी आनी बंद हो जाती है। इसके आलावा तीन ग्राम केले की जड़ को पानी की साथ घिसकर उसमे चीनी या मिश्री मिलाकर पीने से हिचकी आनी बंद हो जाती है।
पेशाब का रुक – रुक कर आना
जब किसी व्यक्ति को पेशाब रुक – रुक कर आता है। तो उसको केले के तने का रस 4 चम्मच और 2 चम्मच घी मिलाकर पीने से बंद पिशाब खुलकर आता है। इसके सेवन से पेशाब तुरंत आ जाता है। एक पका हुआ केला खाकर आंवला के रस में चीनी मिलाकर पीने से पेशाब कि रुकावट दूर होती है।
नाक से खून आना
हम देखते है कि कई बार लोगों के नाक से खून बहने लगता है। इसको रोकने के लिए आप को एक गिलास दूध में थोड़ी चीनी मिलाकर 2 केले के साथ हर-रोज 10 दिनों तक देने से नाक से खून आना बंद हो जाएगा।
मुँह के छाले
जब आप को मुँह में छाले हो जाते है। तो आप ना कुछ खा सकते हो ,और ना कुछ पी सकते हो। इसलिए मुँह के छाले को ठीक करने के लिए गाय के दही के साथ केले का सुबह – शाम सेवन करने से बहुत जल्दी आराम आ जाता है।
पेट का दर्द
किसी भी प्रकार के पेट दर्द में केला खाना लाभकारी होता है। केला बच्चों व दुर्बल लोगो के लिए पोषक आहार है। इससे दस्त , पेट का दर्द और अमाशय व्रण में भोजन के रूप में केला खाना लाभकारी होता है। केले के पेड़ के तने को पीसकर , 20 से 40 मिलीलीटर की मात्रा में रस निकालकर पीने से दस्तो का बार – बार आना बंद हो जाता है।
चेहरे की झाइयां
एक केला लेकर उसका अच्छी तरह गूदा बना ले और उसके अंदर दो चम्मच गुलाबजल , दो बूद खसखस का रस व 4 बूंद गिल्सरीन की मिलाकर एक साफ शीशी में भर ले। अगर त्वचा सूख गई हो तो क्रीम की तरह इस को लगा ले। और सूख जाने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो ले। इस फैंस पैक को 7 से 20 दिन तक बना कर रख सकते है।
टी. बी.
केले के तन्ने का रस निकल कर एक कप हर – रोज पीने से 40 दिनों में आप टी. बी. जैसी भयानक बीमारी से छुटकारा पा सकते हो। केले का रस हर 24 घंटे बाद ताजा ही निकालना चाहिए। इसके साथ कच्चे केले का सेवन करना भी बहुत लाभकारी माना जाता है। केले के पत्ते का रस मीठा में मिलाकर पीने से टी. बी. रोगी के फेफड़े के घाव भर जाते है।
लम्बी आयु
केला, दलिया, मीठे सेब, अंगूर, आम, मीठा पपीता, चीकू और चावल आदि को एक साल तक खाने से उम्र बढ़ती है। और हमारे शरीर में शारीरिक शक्ति की पूर्ति होती है।
मोटा होने के लिए
हम अक्सर देखते है की कई लोग बहुत दुबले – पतले होते है। जिस कारण वो बहुत परेशान होते है इसलिए केले का सही और नियमित प्रयोग करने से आप कुछ ही दिनों में हष्ट – पुष्ट दिखोगे। आप को हर रोज दो केले खाकर 250 मिलीलीटर दूध पीना है। ऐसा करने से आप 45 दिनों में ही अपने शरीर में अंतर देख पाओगे।
त्वचा में निखार
कच्चे केले को दूध में मिलाकर लगाने से त्वचा निखर जाती है। और चेहरे पर दाग, ध्ब्बे व झुरिया साफ हो जाती है। और त्वचा निखर जाती है।https://healthydunia.in/skin-care/(निखारे त्वचा केवल 7 दिनों में,जानिए कैसे).
FAQ :-
Q-विश्व के कितने देशों में केला उगाया जाता है?
Ans-लगभग 107 देशों में।
Q-केले में सबसे ज्यादा विटामिन कौन – सा होता है ?
Ans-विटामिन ‘ए’।
Q-केले में सबसे ज्यादा होता है ?
Ans-पोटैशियम।
Q-एक स्वस्थ व्यक्ति को कितने मिलीग्राम पौटेशियम कि आवश्य्कता होती है?
Ans-4700 मिलीग्राम।
हेलो दोस्तों,
आजकल हर नौजवान युवक अपने शरीर का वजन बढ़ाना व अपनी बॉडी को आकर्षित देखना चाहता है, तो आज हम जानेगे। कि किस तरह आप अपने शरीर का वजन आसानी से कुछ ही दिनों में कैसे बढ़ा सकते हो, और कैसे अपने शरीर को फिट रख सकते हो।
कई बार युवा उत्साह में आकर बॉडी बनाने का संकल्प ले लेते है। और वो Gym join कर लेते है। वो 10 – 12 दिन जाते है और वो देखते है कि उनके शरीर में कोई फर्क नहीं आया है। इसलिए वो जिम जाना बंद कर देते है। एकदम जिम बंद कर देने से उनके शरीर में कमजोरी आ जाती है। कई बार तो वो बीमार भी पड़ जाते है। तो आप ऐसा ना करे, क्योंकि बॉडी बनाना जटिल क्रिया है। इसमें समय लगता है।
आकर्षक बॉडी पाने कई तरीके
डाइट पर ध्यान दे (Eat Healthy Diet)
एक अच्छी आकर्षक बॉडी पाने के लिए अच्छी डाइट का होना बहुत जरूरी है। एक्सरसाइज करने के बाद शरीर को अच्छे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। जैसे की दूध, मछली, अंडा और ड्राई फूड्स आदि अपने आहार में शामिल जरूर करे। इसके साथ आप यदि मांसाहारी आहार नहीं खाना चहाते है, तो आप भीगे हुए चन्ने खा सकते हो। इसमें सबसे ज्यादा शक्ति व पोषक तत्व होते है।
एक्सरसाइज करने के नियम (Rules to do exercise)
पहले वार्म – अप से शरू करे, हल्की दौड़, पुश – अप, स्ट्रेच आदि आप के शरीर को गर्म करते है। जिम जाने का scedule बनाकर रखे, एक बार में 25 – 30 से अधिक सेट ना लगाए।
मसल्स बनाने के लिए वजन प्रशिक्षण ( Weight Traning )
weight traning करते समय सही प्रशिक्षण का होना बहुत जरूरी है। ऐसा Gym चुने जहां अच्छा प्रशिक्षण हो। जिम एक्सरसाइज करने के बाद कुछ अवश्य खाये। इससे शरीर को जल्दी शक्ति मिलती है। डेडलिफ्ट व प्रेसेज आदि एक्सरसाइज करते समय weight belt बाधना चाहिए।
भरपूर नींद ले (Take complete rest and sleep)
जिम जाने से शरीर बहुत ज्यादा थक जाता है, इसलिए शारीरिक की थकान को पूरा करने के लिए हमे कम से कम 7 – 8 घंटे नींद लेनी बहुत आवश्यक होती है।
पानी अधिक पिए (Drink water)
वजन बढ़ाने व अपने शरीर को फिट रखने के लिए पानी बहुत जरूरी है। इसलिए हमे समय – समय पर पानी पीते रहना चाहिए, खास कर जब हम जिम में जाते है और एक्सरसाइज करते है। पानी हमे एकदम से नहीं पीना चाहिए, पानी को घूंट – घूंट कर पीना चाहिए।
जिम जाते समय और एक्सरसाइज करने के बाद में अपने भोजन में विटामिन का अधिक मात्रा में प्रयोग करे। हमे खाने में हरी – सब्जिया , सलाद, दूध ,घी और दही आ अधिक व उचित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।
junk food के सेवन से बचे
जब आप जिम जाते हो तो उस समय आप को जंक फ़ूड, फ़ास्ट फ़ूड, तेलीय खाद्य – प्रदार्थ आदि खाने का बहुत ज्यादा मन करता है। इसलिए आप को इन चीजों से बचना चाहिए। क्योंकि ये हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है, हमे केवल घर का बनना हुआ शुद व ताजा भोजन ही खाना है।
वजन बढ़ाने के तरीके
केले का सेवन
वजन बढ़ाने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका केला है। दूध और दही के साथ केला खाने से बहुत फायदा होता है। हर रोज नाश्ते में बनाना शेक जरूर ले, कुछ ही दिनों में आप को फर्क नजर आने लगेगा।
गर्म दूध में शहद
हर रोज सोने से पहले रात को गर्म दूध के साथ एक चम्मच शहद का सेवन करने से आप का वजन तेजी से बढ़ने लगता है। और आप की पाचन शक्ति भी अच्छी होती है।
खरबूजा का सेवन
जिस व्यक्ति या बच्चे का वजन कम है, उसको डॉक्टर हमेशा खरबूजा खाने की सलाह देता है। जबकि यह मौसमी फल है, लेकिन इसे खाने से वजन तेजी से बढ़ता है।
पनीर
फुल क्रीम से बना पनीर प्रोटीन का बहुत अच्छा स्त्रोत है। यह उन लोगो के लिए बहुत अच्छा जो लोग non – veg नहीं खाते है। पनीर में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह हमारे शरीर में कैलोरी की कमी को पूरा करता है।
मलाई
भोजन में अधिक कार्बोहाइडेट व कैलोरी वाली चीजें लेनी चाहिए। जैसे आटा, चावल, शहद, मेवा व मक्खन आदि। इससे आप का वजन सेहत मद तरीके से बढ़ता है।
हरी सब्जियां
वजन बढ़ाने में हरी – सब्जियां खाना बहुत लाभदायक है। इससे आप की सेहत बहुत अच्छी होगी और वजन भी बढ़ेगा।