Wednesday, July 31, 2019

जानिए Lawrence Bishnoi की फिटनेस का राज

Hello Dosto
आज मै आप को बताउगा। कि Lawrence बिश्नोई कौन (Who is Lawrence Bishnoi) है। और इसके साथ – साथ उनकी फिटनेस और उनके बारे मेँ कुछ ऐसी बातें बताउगा। जो आप सायद नहीं जानते होंगे। Salman Khan को जान से मारने की धमकी देने वाला और कोई दूसरा नहीं। बल्कि वो शख्स खुद Lawrence Bishnoi है।
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Lawrence बिश्नोई का जन्म 12 february 1992 मेँ फाजिलिका के अबोहर जिले मेँ हुआ। उनके पिता पंजाब पुलिस मेँ कॉन्स्टेबल पद पर रह चुके है। उनकी माता जी गृणी है। उनका एक छोटा भाई है जिनका नाम Anmol है। Lawrence Bishnoi की 10 वीं तक की शिक्षा अबोहर मेँ ही हुई। और बाद मेँ 12 वी की पढ़ाई के लिए चंडीगड़ DAV स्कूल से पास की है। आगे की पढ़ाई के लिए पंजाब की यूनिवर्सिटी मेँ दाखिला लिया।

SOPU

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जब यूनिवर्सिटी मेँ छात्र संग का चुनाव हुआ। तब Lawrence बिश्नोई ने एक अलग पार्टी बनाई। जिसका नाम SOPU (Student Organisation of Panjab University)रखा गया। उन चुनाव मेँ Lawrence Bishnoi यानि सोपू पार्टी हार गई थी। उनके सामने उदय सह और डग का ग्रुप था। इस हार के बाद 11 फरवरी 2011 को Lawrence Bishnoi और डग ग्रुप का आमना – सामना हुआ। जिसमे Lawrence Bishnoi ने फायरिंग कर दी, दूसरे ग्रुप से भी फायरिंग की गई। यह पहला मुकदमा था। जिसमें Lawrence Bishnoi पर केस दर्ज हुआ। इसके बाद से लेकर अब तक Lawrence बिश्नोई पर लगभग 50 मुकदमे दर्ज है। उनमें से 30 मेँ Lawrence बरी हो चूका है।
Lawrence Bishnoi खुद को शहीद भक्त सिंह का अनुयायी मानता है। यह किसी भी जाती के साथ किसी भी प्रकार का कोई भेद – भाव नहीं करता है। Lawrence Bishnoi के पास करीब सात से आठ करोड़ रूपये की पुश्तैनी जमीन व सम्पंती है।

The Secret of Lawrence Bishnoi’s fitness in hindi

चलो जानते है, Lawrence Bishnoi की फिटनेस का राज
  • बचपन से
Lawrence बिश्नोई को अपने शरीर को सुड़ेला और शक्तिशाली बनाने का बहुत अधिक शौक था। इसलिए वह बचपन से ही दौड़ लगाना, jump करना, कसरत करना आदि का शौकीन था।
  • खेलकूद
Lawrence Bishnoi का सबसे प्रिय गेम वॉलीबाल और फुटबॉल है। इसके अलावा बचपन में बहुत सारे खेल खेला करता था। Lawrence का मानना था कि हम अपने शरीर को मजबूत व शक्तिशाली केवल कसरत करके ही नहीं बना सकते है। इसके लिए हमें फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल और अन्य दूसरे गेम्स भी खेलने चाहिए।
  • जिम
जब लॉरेंस कि उम्र 18 साल की थी। तब लॉरेंस चंडीगढ़ में रहता था और उसी समय से उसने gym join कर ली थी। लगातार जिम करते रहने से लॉरेंस की फिटनेस कुछ अलग ही दिखने लगी। जिससे वह लगातार जिम करता रहा।
  • जेल में भी कसरत
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लॉरेंस जेल में रहते हुए भी कसरत करता है। जिस कारण आज Lawrence Bishnoi की फिटनेस सलमान खान से भी अच्छी मानी जाती है।
  • खान – पान
Lawrence Bishnoi बचपन से ही शुद्ध भोजन करते है। वो प्रतिदिन सुबह उठकर अंकुरित चन्ने खाते है। और शाम को भुने हुए चन्ने व गुड़ का सेवन करते है। उनका मानना है की चन्ने में माँस से 10 गुणा अधिक शक्ति व प्रोटीन पाया जाता है।

Lawrence Bishnoi Vs Salman Khan

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Salman Khan को जान से मारने की धमकी देने वाला Gangster Lawrence Bishnoi ही है।
Source Sanjay Bishnoi
काले हिरण शिकार में सलमान खान को जेल में जाना पड़ा। उसी समय सलमान खान ने बिश्नोई समाज के बारे में कुछ गलत कह दिया। जिस कारण उसका सामना Lawrence Bishnoi से हुआ। Lawrence Bishnoi को पंजाब, हरियाणा और राजस्तान का सबसे बड़ा Gangster माना जाता है।

Monday, July 22, 2019

Best 20 + ghrelu upaye chasma htane ke lie Hindi mai

Hello Friend's
आज हम जानेंगे। कि चश्मा किन - किन कारणों से लगता है। और कैसे हम कुछ दिनों तक घरेलू नुस्खों का उपयोग करके चश्मा से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है। आजकल हम देखते है कि छोटे बच्चों से लेकर बड़े - बूढ़ो तक हर दूसरे व्यक्ति को चश्मा लगा हुआ है। जिससे उन लोगों को साफ तो नजर आता है। लेकिन चश्मा लगाना उन्हें अच्छा नहीं लगता है।

अगर आप की आँखों से पानी बहता है, सूजन आती है, आपकी आँखे कमजोर है या फिर आप को चश्मा लगा हुआ है, तो आप मेरे बताये हुए नुस्खों का नियमित रूप से उपयोग करने से आपकी आंखे पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगी। किसी भी व्यक्ति को चश्मा इसलिए चढ़ता है, क्योंकि उनकी आँखों कि रोशनी कम हो जाती है। और उन लोगों को न तो दूर का दिखता है और न ही पास का दिखता है, जिस कारण उन्हें चश्मा का सहारा लेना पड़ता है।

चश्मा लगने के कारण

  • आँखों की रोशनी कम होना
जब बच्चों या बड़े व्यक्ति के आँखों की रोशनी कम हो जाती है। तो उन को नजदीक व दूर की वस्तुएं साफ दिखाई नहीं देती है। जिस कारण उनको चश्मा का सहारा लेना पड़ता है।
शरीर में विटामिन की कमी होने से शरीर तो कमजोर होता ही है, लेकिन इसके साथ उनकी आँखों पर भी बहुत अधिक असर पड़ता है। जिससे उनको चश्मा लगाना भी पड़ता है।
  • आनुवंशिकता
जिन बच्चों के माता - पिता के चश्मा लगा हुआ है, उनके बच्चों के भी चश्मा चढ़ने का खतरा रहता है, इसलिए आनुवंशिकता को भी चश्मा लगने का कारण माना गया है।
  • अधिक समय तक T. V. और PHONE का इस्तेमाल करना
हम अक्सर देखते है कि बच्चों को T V और PHONE को शौक बहुत ज्यादा होता है। छोटे बच्चों को बचपन में ही फ़ोन खेलने के लिए दे दिया जाता है। फोन को उसे करने से उसकी आँखों की रोशनी कम हो जाती है। और उनको छोटी - सी उम्र में चश्मा लगाना पड़ता है।
  • लापरवाही के कारण
जब बच्चों की आँखों में सूजन या थोड़ा दर्द होता है, तो उस समय हम उसको अनदेखा कर देते है। लेकिन वह कुछ समय बाद बड़ा कारण बन जाता है और इससे बच्चों के चश्मा लगने का भी डर रहता है।

चश्मा हटाने के घरेलू उपाए

आँखे शरीर के लिए अनमोल है, आँखो के बिना हमारा पूरा जीवन अधूरा माना जाता है। इससे हम संपूर्ण संसार को देख सकते है। यह अँधेरे कमरे में दीपक के सम्मान है, आँखों को स्वस्थ रखने और चश्मा हटाने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाए व नुस्खे है।
  • पानी के छींटे मारे
प्रतिदिन दिन में 4 - 5 बार अपनी आँखों को ठंठे पानी से धोना चाहिए। इससे हमारी आँखों की सफाई होती है, और हमें साफ दिखता है। पढ़ने से पहले व बाद में भी आप ऐसा कर सकते हो, इससे बहुत अधिक फायदा होता है।
  • बादाम
बादाम के तेल की अपने दोनों आँखों के पास हल्के हाथों से मालिस करें, क्योकि ऐसा करने से रक्त संचार ठीक रहता है। और आँखों की थकान भी दूर होती है। आँखों पर लगा चश्मा उतारने के लिए आप नियमित रूप बादाम का सेवन कर सकते है, इसके लिए आप रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में करीब 8 - 10 बादाम भिगो कर रख दें। सुबह होते ही आप इन बिदामो को खाये। इससे आप की आँखों की रोशनी बढ़ती है, और आप की चश्मा भी उतर जाती है।
  • घी (ghee)
आँखों के लिए गाय का घी अमृत के सम्मान माना गया है। गाय के घी को कनपटी (कान के पिछले भाग पर) लगाकर कुछ समय तक मसाज करने से आँखों की रोशनी बढ़ने लगती है।
  • अनुलोम - विलोम प्राणायाम
लगातार तीन से चार महीने अनुलोम - विलोम प्राणायाम करने से गारंटी के साथ आपको चश्मा से छुटकारा मिल जाता है।
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अनुलोम - विलोम प्राणायाम करने की विधि - सबसे पहले पलाथी मारकर बैठ जाएं, अपनी कमर और गर्दन को सीधा रखे, अब अपनी आँखे बंद कर ले। अब अपने हाथों को नाक के छेद के पास ले जाये, अब अपनी बीच की ऊँगली को सीधा रखते हुए अंगूठे से दाएं नाक को बंद कर ले, अब अपनर सीधे हाथ को नाक के पास ले जाये, और बाएं नाक से धीरे - धीरे साँस को बाहर की और निकले। सांस छोड़ने के बाद अब बाएं नाक से सांस भरना प्रांरभ करें, ज्यादा से ज्यादा सांस भरने के बाद बाएं नाक को उंगलियों के माध्यम से बंद कर लें व अंगूठे को दाये नाक से हटाकर उसी से साँस लें। ऐसे कम से कम पांच मिनट तक करते रहने से आँखों की रोशनी बढ़ने लगती है।
  • हल्दी
हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबाल लें। इसे छाया में सुखकर रख लें। इस गांठ को पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार काजल की तरह लगाने से आँखों की लालिमा दूर होती है। और आँखे स्वस्थ रहती है।
  • त्रिफला
  • यह फल तीन फलों से मिलकर बना है। इससे पुरे शरीर में बहुत फायदा होता है। आँखों के लिए इसे अलग तरीके से प्रयोग किया जाता है।
  • इसको रात को सोने से पहले पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी से आंखों को धोएं। इससे आँखे स्वस्थ रहती है और ऐसा कुछ दिन लगातार करने से आंखों पर लगा चश्मा भी उतर जाता है।
  • त्राटक आसन
इसका मतलब होता है कि किसी एक चीज को लम्बे समय के लिए एक नजर से देखना। आप इस आसन को करने के लिए अँधेरे कमरे में एक मोमबती जलाकर रख दें। अब इस मोमबती को एक नजर से बिना पलके झपकाए देखते रहे, इसके बाद आँखे बंद करके ॐ का उच्चारणकरें।और फिर आँखे खोल लें। ऐसा तीन से चार बार करें। इसके बाद अपने दोनों हाथ कि हथेलियों को आपस में रगड़कर अपनी आंखों को स्पर्श करें, और आँखे खोल लें। ध्यान रहें कि आप कि नजर हमेशा अपनी नाक पर होनी चाहिए। इस आसन को हफ्ते में 3 - 4 बार करें।
  • ग्रीन टी
इसका सेवन करने से त्वचा के साथ - साथ शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें केटेचिस नामक एंटीऑक्सीडेंट्स होते है, जो आँखों की रक्षा करते है। इससे आँखों की रोशनी तेज होती है।
  • सुरमा डालें
काजल और सुरमा आँखों में निकालना बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें ऐसे कार्बन के कण होते है, इसलिए ध्यान रहे की सुरमा आँखों के बहार निकाले अंदर नहीं।
  • सामान्य कसरतें
अपनी आँखों की रोशनी तेज करने के लिए व चश्मा से छुटकारा पाने के लिए सामान्य कसरतें करनी चाहिए,जैसे की हर रोज प्राप्त: काल और शाम को एक - एक मिनट तक पलकों को तेजी से खोले और बंद करने का अभ्यास करें, सुबह उठते ही अपने मुँह का थूक आँखों में लगाए, सीधे बैठकर अपनी आँखों को चारों दिशा में घुमाएं।
  • शीर्षासन
आँखों को 100 वर्षो तक सही रखने के लिए नियमित रूप से शीर्षासन करना चाहिए। ध्यान रहे की शीर्षासन करते समय आँखे बंद रहनी चाहिए। आँखे खुली रखने से रोशनी पर उल्टा प्रभाव पड़ता है। आप यदि शीर्षासन नहीं कर सकते तो आप सर्वांगासन कर सकते है इससे भी बहुत अधिक फायदा होता है।
  • बादाम गिरी और सौंफ का चूर्ण
बादाम, सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में लें, इसको पीसकर पाउडर बना लें, अब इस को रात को सोने से पहले दूध के साथ सेवन करें। ऐसा लगातार 2 - 3 महीने तक करने से आप के आँखों की रोशनी बढ़ जाती है और चश्मा से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
जामुन में मिनरल्स और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से बहुत फायदा होता है, यह आँखों की रोशनी बढ़ाने में सक्षम माना गया है।

40 + Health tips in Hindi 2019

Sunday, July 21, 2019

जोड़ो के दर्द का कारण, लक्षण और रोगथाम के घरेलू उपाए



हेलो दोस्तों,
आज हम जानेंगे। कि जोड़ो का दर्द(Joint pain) कब और क्यों होता है। इसके क्या - क्या लक्षणकारण है। और यह रोग हमे किन - किन कारणों से होता है। और हमे अपने शरीर को जोड़ो के रोग से बचाने के लिए किन - किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शरीर के ऐसे हिस्से जहां हड्डियां मिलती हो, जोड़ कहलाता है। जैसे घुटने (knee), कंधे (shoulder), कोहनी(elbow) व टखना (ankle) आदि। जोड़ो का दर्द जिसे मेडिकल की भाषा में आर्थराइटिस भी खा जाता है। घरेलू चिकित्सा द्वारा जोड़ो के दर्द को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। अगर घरेलू नुस्खों को नियमित रूप से अपनाया जाएं।

जोड़ो के दर्द का कारण

  • मोच आने से
  • प्रभावित हिस्सों पर ज्यादा जोर डालने से
  • किसी प्रकार की चोट लगने से
  • उम्र बढ़ने के साथ
  • हड्डियों में रक्त की आपूर्ति में रुकावट आना
  • मिनरल्स की कमी
  • विटामिन्स की कमी
  • चोट लगना
  • अर्थराइटिस
  • कार्टिलेज का फटना
  • कार्टिलेज का घिस जाना

जोड़ो के दर्द के लक्षण

  • जोड़ो में कमजोरी आना
  • चलने - फिरने में दिक्क्त होना
  • जोड़ो में खिंचाव महसूस होना
  • जोड़ो को मोड़ने में परेशानी होना
  • जोड़ो में कठोरता होना
  • जोड़ो का लाल होना
  • जोड़ो का न मुड़ना
  • जोड़ो में सूजन और दर्द होना

जोड़ो के दर्द का रोगथाम व घरेलू उपाए

जोड़ो का दर्द होने के कारण व्यक्ति को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसको ठीक करने के घरेलू उपचार निम्नलिखित है।
  • तेल मालिश
दर्द वाली जगह पर गहराई से की गयी तेल की मालिश भी दर्द से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका है। किसी अच्छे तेल से दर्द वाले स्थान पर 20 मिनट तक मालिश करने से बहुत अधिक फायदा होता है, इससे दर्द वाले स्थान से सूजन भी चली जाती है।
  • सेंधा नमक से उपचार
गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर जोड़ो को उसमे डुबो कर रखें या उस पानी को दर्द वाली जगह पर लगाए यानि पानी को बहाते रहें। सेंधे नमक में मैग्नम सल्फेट होता है जो एंटी आथ्र्राइटिस और एंटी इंफ्लेमेट्री के रूप में जाना जाता है। गर्म पानी से नहाने से रक्त संचार बढ़ जाता है। और जोड़ो का दर्द कम हो जाता है।
  • प्याज का उपयोग
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प्याज अपने सूजन विरोधी गुणों के कारण घुटनों की पीड़ा में लाभकारी हैं। प्याज में फायटोकेमिकल्स पाए जाते हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। एक रिसर्च में पाया गया की प्याज में पीड़ा निवारण गुण होते हैं।
  • गाजर का इस्तेमाल
इसमें जोड़ो के दर्द को दूर करने के गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। चीन में सैकड़ो वर्षो से गाजर का इस्तेमाल संधिवात पीड़ा के लिए किया जा रहा हैं। गाजर को पीस लीजिये और इसमें थोड़ा - सा नींबू का रस मिलाकर रोजाना सेवन करने से जोड़ो के दर्द में बहुत अधिक आराम मिलता हैं।
  • पारिजात हैं वरदान
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अगर आप के घुटनों की चिकनाई खत्म हो गई हो और जोड़ो के दर्द में किसी भी प्रकार की दवा से आराम ना मिलता हो तो ऐसे लोग हारसिंगार (पारिजात) पेड़ के 12 से 15 पत्तों को कूटकर एक गिलास पानी में उबालें। जब यह पानी एक चौथाई बच जाए तो बिना छानेही ठंडा करके पी ले। 90 दिनों तक इस पानी को पीने से आप के घुटनों की चिकनाई पूरी हो जाएगी। और आप के घुटनों का दर्द गारंटी के साथ ठीक हो जाएगा।
  • मेथी दाना
  • एक गिलास पानी में दो चम्मच मेथी दाने को डालकर खूब उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर पी लें। इसका उपयोग नियमित रूप से 30 दिनों तक करने से आप के जोड़ो का दर्द बिल्कुल गायब हो जायेगा। मेथी के लड्डू खाने से हाथ - पैरों और जोड़ो के दर्द में आराम मिलता हैं।
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  • 30 साल की उम्र के बाद मेथी खाने से शरीर के जोड़ मजबूत रहते हैं। और यह बुढ़ापे तक मधुमेह, ब्लड प्रेसर और गठिया रोग से बचाता हैं।
  • मेथी दानो को तव्वे या कढ़ाही में गुलाबी होने तक सेकें। ठंडा होने पर पीस लें। इसे रोज सुबह खाली पेट आधा चम्मच, एक गिलास पानी के साथ लें। ध्यान रहें की गर्मी में एक चम्मच व सर्दी में दो चम्मच मेथी का सेवन करना चाहिए।
  • लहसुन का सेवन
यह गठिये और जोड़ो के दर्द के मरीजों के लिए काफी लाभदायक होता हैं। क्योंकि इसमें सल्फर और सेलेनियम की मात्रा अधिक पाई जाती हैं। आप लहसुन के दो या तीन फाहे को सरसों या तिल के तेल में तल सकते हैं, जब लहसुन के फाहे काले होने लगें तो आंच बंद कर दें और तेल को भी छान लें। अब इस तेल की दर्द वाले स्थान पर मालिश करने पर दो से तीन घंटे के लिए छोड़ दें, फिर इसको धो लें। रोजाना इसका प्रयोग दो बार करने से कुछ ही दिनों में दर्द से राहत मिल जाएगी।
  • हल्दी का उपयोग
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हल्दी में मौजूद गुण किसी से छिपे नहीं हैं। यह हमारे पुरे शरीर के लिए बहुत लाभदायक माना गया हैं। हल्दी रक्त संचार तेज कर जोड़ो के दर्द में आराम दिलाता हैं। हल्दी चूने का लेप सभी जोड़ों पर लगाया जा सकता हैं। इसे बनाने के लिए एक चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच पीसी हुई चीनी, 2 चम्मच चुटकी पान में लगाने वाला चूना और थोड़ा - सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लीजिये। इस लेप को लगाकर इसे सूखने दीजिये। फिर रुई लगाकर पट्टी बांध लीजिये। रोज रात को सोने से पहले इसे लगा लें और सुबह पानी से धो लेना चाहिए। ऐसा 10 - 15 दिन तक नियमित रूप से करने से दर्द से राहत मिल जाती हैं।

Wednesday, July 17, 2019

40 + Health tips in Hindi 2019

हेलो दोस्तों,
अपनी दिनचर्या व अपने खान – पान में थोड़ा-सा व आसान परिवर्तन आपको स्वस्थ व दीर्घायु बना सकता है। लेकिन ऐसा करने के लिए आप को अपनी आदतों में कुछ बदलाव करना पड़ेगा।



आज हम ऐसे स्वास्थ्य संबंधित सूत्र जानेंगे। जिसका आप लोगो को पता ही नहीं है। कि हमे अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए किन – किन बातों की और विशेष ध्यान देना चाहिए।

स्वास्थ्य संबंधित सूत्र (Health Tips)

  • प्रतिदिन सुबह सूर्योदय पूर्व उठकर दो या तीन किलोमीटर घूमने जाये। इससे आपके अंदर एक शक्ति जागृत होती है, जो दिल व दिमाग को ताजगी देगी।
  • बड़े – बुजर्गों द्वारा हमेशा से सलाह दी जाती है। कि अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए।
  • शरीर को हमेशा सीधा रखें यानि बैठे तो तनकर, चले तो तनकर व खड़े रहे तो भी तनकर, इससे आप का शरीर चुस्त रहता है।
  • हमेशा पानी पीये तो बैठकर व घूंट- घूंट के पीना चाहिए।
  • कभी – भी नशीली वस्तुओं जैसे सिगरेट, बीड़ी, तम्बाकू, शराब, चिटा, स्मैक व नशीली दवाइयों आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • वाहन का कम प्रयोग करना चाहिए, छोटे – छोटे काम करने के लिए पैदल चलना चाहिए।
  • प्रतिदिन सुबह स्नान करना चाहिए, इससे आप का शरीर स्वस्थ रहता है।
  • junk फ़ूड, तेलीय प्रदार्थ नहीं खाना चाहिए, मीठे प्रदार्थ भी कम मात्रा में खाने चाहिए। क्योंकि यह सभी चीजे खाने से मोटापा हो जाता है।
  • भोजन में अधिक से अधिक मात्रा में फल व सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए।
  • घर के सभी कार्य स्वय करे, ये कार्य अनेक प्रकार का फल देते है।
  • प्रतिदिन सुबह – शाम योग करना चाहिए।
  • हमेशा साफ – सुथरे कपड़े पहनना चाहिए व अपने आस – पास सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
  • अपने जीवन में लक्ष्य, उद्देश्य व कार्य के प्रति संचेत रहना चाहिए।
  • जीवन में हमेशा खुश रहना चाहिए व दुसरो को भी खुश रखें।
  • सुबह व रात को मंजन अवश्य करे, साथ ही सोने से पहले स्नान कर साफ कपड़े जरूर पहने।
  • बालों को हमेशा सँवार के रखें, अपने बालों को हर रोज धोये व तेल लगाए, लड़के अपने बालों को छोटा व साफ – सुथरा रखें।
  • नियमित रूप से अपने आराध्य देव के दर्शन के लिए समय अवश्य निकले, इससे मन की शुद्धि व मन को शांति मिलती है।
  • मन व वाणी को साफ रखें, कभी – भी किसी के साथ गलत बहस ना करे व ना अपशब्द कहे। अपने जीवन में हमेशा खुश रहे, क्योंकि जो कुछ होता है वो अच्छे के लिए ही होता है

Top 10 Health Tips

  • भोजन के दौरान थोड़ा – थोड़ा पानी पिये, भोजन के बाद ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।
  • जूठा पानी पीने से टी बी, खांसी व दमा आदि अनेक बीमारिया पैदा होती है।
  • महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा अंगूर का सेवन करना चाहिए, इससे उन्हें बहुत अधिक फायदा होता है।
  • दही में बेसन का आटा मिलाकर उबटन की तरह मलें, इससे शरीर की बदबू गायब हो जाती है।
  • साँस फूलने पर दही की बनी कढ़ी में देसी घी डालकर खाने से बहुत फायदा होता है।
  • गर्मियों में लू से छुटकारा पाने के लिए मिश्री के शरबत में निम्बू का रस मिलाकर पिये।
  • घाव न पके, इसलिए जितनी हो सके उस पर गर्म मिलाई बांधे।
  • पसीने में पानी पीना, छाया में बैठकर अधिक हवा खाना, छाती व सिर दर्द का कारण बन सकता है।
  • दिनभर बैठकर काम करने वाले व्यक्ति को सुबह – शाम कुछ दूर पैदल चलना चाहिए।
  • भोजन हमेशा खूब चबा – चबाकर खाना चाहिए। इससे पाचन क्रिया ठीक रहती है।

छोटी मगर मोटी बाते

  • अपनी कोई भी दवाई हो कभी – भी ठंडे पानी में न ले।
  • पांच बजे शाम के बाद कभी भी भरी भोजन न खाना चाहिए।
  • सोने का सबसे बहेतर समय रात के 10 बजे से सुबह 4 बजे का होता है।
  • जब मोबाइल फ़ोन बिलकुल ही डिस-चार्ज हो रहा हो, तो उस समय फोन न सुने, क्योकि उस समय रेडियस 1000 गुना अधिक हो जाती है।
  • खाना खाने के बाद तुरंत कभी भी न सोये या लेटें।
  • फोन कॉल हमेशा बाई कान से ही सुने।
  • सुबह में रात की अपेक्षा ज्यादा पानी पियें।
  • चार्जिंग लगे फोन को यूज़ न ही करे। चार्जिंग लगे फोन से बात तो कभी – भी नहीं करनी चाहिए

ये भी जानें

  • उपवास रखने का फायदा
उपवास का महत्व सभी धर्मो में माना जाता है। जिस तरह उपवास धार्मिक तौर पर मान्य है। उसी तरह यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत खास माना जाता है। हमे एक महीने में कम से कम 5 – 7 दिन का उपवास रखना चाहिए। इससे हमारे शरीर में बहुत अधिक फायदा होता है। और हमारा शरीर कभी – भी बीमार नहीं पड़ता है।
  • मौन की शक्ति
मौन की शक्ति अपने आप में खास मानी जाती है। जिस प्रकार हम सारा दिन बोलते रहते है, तो बोलने से हमारे शरीर की एनर्जी लगती है। इसलिए जो हम बात करते है उनको यदि कम शब्दों में कही जाये, तो बहुत ज्यादा अच्छा होता है। यदि आप को मौन शक्ति देखनी है, तो आप एक दिन चुप रहकर देखे। तो आप दूसरे दिन अपने आप को एक अलग सा महसूस करोगे। हम कई बार बेमतलब बहुत अधिक बोलते है, इससे हमारी एनर्जी वेस्ट होती है। इसको बचाने के लिए हमे कम बोलना चाहिए।
  • ताली बजाना
ताली बजाने से हमे इतना अधिक फायदा होता है कि आप जान कर हैरान हो जाओगे। ताली बजाने से शरीर का किसी भी प्रकार के रोग से छुटकारा मिल सकता है। हमारे देश में ताली बजाने कि जो प्रथा मंदिरों या अन्य स्थानों पर आरती या भजन गाते समय होती है, वह प्राचीन काल में विघानिको ने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बनाई थी। ताली बजाना दुनिया का सबसे सरल और सर्वोत्तम योग माना जाता है। प्रतिदिन नियमित रूप से 2 मिनट तालिया बजाने से इतना अधिक फायदा होता है, कि किसी अन्य हठयोग या आसन कि भी जरूरत नहीं होती है।

Sunday, July 14, 2019

Sea Buckthorn का पौधा है संजीवनी बूंटी के समान

हेलो दोस्तों,
आज हम एक ऐसे पौधे के बारे में जानेंगे। जिस पौधे की जड़, फल - फूल, पत्ते व कांटे भी बहुत लाभदायक है। हम जानेंगे की इस पौधे का सेवन करने से शरीर की कौन - कौन सी बीमारियाँ ठीक होती है।

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Sea Buckthorn नाम का यह पौधा उतरांचल व हिमाचल प्रदेश के बहुत ठंडे इलाके में पाया जाता है। इस रसीले और अमृत के समान फल का जिक्र पुरानी किताबों में बहुत किया है। कि यह फल हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभकारी माना जाता था। फिर समय बीतने के साथ - साथ विज्ञान ने इस फल के बारे में रिसर्च की और पता चला की यह फल हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना अधिक लाभदायक है।

Sea Buckthorn का पौधे के फायदे

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Sea Buckthorn
का पौधा सभी प्रकार की बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक करने में सहायक है। इसके सेवन से निम्नलिखित बीमारियों से छुटकारा मिलता है
  • कैंसर
Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से पीने से शरीर में किसी भी प्रकार की कैंसर का रोग हो, इसका सेवन करने से व्यक्ति की बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है।
  • आँखों के लिए
Sea Buckthorn का पौधा आँखों से संबंधित सभी प्रकार के रोगों को ठीक करने में सहायक है। Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से पीने से आँखों से संबंधित सभी प्रकार के रोग ठीक हो जाते है।
  • पेट
इससे पेट से संबंधित सभी प्रकार के रोग ठीक हो जाते है। Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से पेट से पथरी बहार निकल जाती है।
  • वजन करे कंट्रोल
Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से शरीर का वजन कंट्रोल हो जाता है। इससे वजन न कम होता है और न ही अधिक बढ़ता है। यह हमारे शरीर के वजन को कंट्रोल में रखता है।
  • बाल, नाख़ून व स्किन को रखे हेल्दी
Sea Buckthorn का सम्पू व फेसवॉश का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से बाल घने व काले रहते है, और स्किन एकदम से चमक व निखर जाती है। Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस पीने से भी बाल, नाख़ून व स्किन में फायदा होता है।
  • शरीर के जोड़ो का दर्द
Sea Buckthorn के पौधे की पत्तियों व फलों का रस पीने व इसकी जड़ का पेस्ट बनाकर जोड़ो पर लगाने से जोड़ो का दर्द गायब हो जाता है। Sea Buckthorn का तेल भी आता है इसको नियमित रूप से लगाने से भी जोड़ो के दर्द में बहुत फायदा होता है।
  • मानसिक तनाव
Sea Buckthorn पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से मानसिक तनाव दूर होता है।
  • डायबिटीज
इस पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से डायबिटीज जैसी भयानक बीमारी से छुटकारा मिलता है। और इससे हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है।
  • लीवर को रखे हेल्दी
Sea Buckthorn पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से लीवर सही रहता है, जिससे हम अपने भोजन को सही से पचा पाते है, जिस कारण हमे अपने शरीर को भरपूर मात्रा में ऊर्जा मिलती है। और हम स्वस्थ रहते है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता
Sea Buckthorn पौधे की पत्तियों व फलों का रस नियमित रूप से सेवन करने से यह हमारे शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है।

पोषक तत्वों का है भंडार


Sea Buckthorn पौधे में भरपूर मात्रा में ओमेगा फैटी एसिड पाया जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्ससिटेडस पाया जाता है। इसके आलावा इसमें सभी विटामिन, एमिनो एसिड, लिपिड, लाइकोपीन, प्रोविटामिन व खनिज आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते है।

जूस बनाने का तरीका

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इस फल यानि बेरी को तोड़ने के 6 घंटे के अंदर ही इसका इस्तेमाल कर लिया जाता है। ताकि उसमे मौजूद तत्व तैयार रहे। इसमें किसी भी तरह का कोई अन्य प्रदार्थ नहीं मिलाया जाता है। आप इसका आसानी से घर पर जूस निकाल कर पि सकते है।
अब आप सोच रहे है की ये हमे कहाँ से मिलेंगे। तो में आप को बता देता हूँ, कि यह प्रोडक्ट ऑनलइन मिल जाता है। आप इसको बायोसेस नाम कि कम्पनी से भी ले सकते हो।

Tuesday, July 9, 2019

पानी है अमृत के सम्मान जानिए, कैसे

हेलो दोस्तों,
आज हम जानेंगे। कि पानी को यदि हम सही तरीके से पिए तो पानी भी अमृत से कम नहीं है। और हम ये भी जानेगे की पानी पीने के क्या – क्या फायदेहोते है।



ऐसे तो इंसान के शरीर में पानी की मात्रा 50 – 60 प्रतिशत होती है। लेकिन फिर भी इंसान को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। जिससे उनके शरीर में पानी की कमी न आए। यदि इंसान में पानी की कमी हो जाए तो इससे उसके शरीर में कई तरह की बीमारिया हो जाती है। पानी शरीर कई ऊतकों और अंगो की रक्षा करता है। इसके अलावा पानी आप के शरीर के तापमान को भी निंयत्रित रखता है।

पानी पीने के फायदे ( 10 + Top Benefits of drinking water in hindi)

पानी पीने के फायदे ही फायदे है। लेकिन हम लोगो को पानी पीने के नियमों का पता होना चाहिए। हमे ये भी पता होना चाहिए की हमे पानी कब और कैसे पीना चाहिए। इससे हमे बहुत ज्यादा फायदा होता है।
खाली पेट पानी पीने के फायदे


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  • पेट संबंधी समस्या
सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से पेट की सारी समस्याए खत्म हो जाती है। इससे कब्ज में राहत मिलती है। आंतो में जमा मल निकलने में आसानी होती है। जिससे पेट पूरी तरह साफ हो जाता है। और भूख भी अच्छी लगती है।
  • तनाव में राहत

सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से पूरे दिन शरीर में तनाव नहीं रहता है। और इससे मानसिक समस्या भी ठीक होती है। जब आप सो कर उठते है, तो आप का दिमाग शांत होता है। ऐसे समय में पानी पीना दिमाग के लिए ऑक्ससीजन प्रदान करने के बराबर है। जिससे दिमाग अच्छा चलता है।
  • पेशाब संबंधी समस्याए

सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से रातभर शरीर में बने हानिकारक तत्वों को एक ही बार में पेशाब के जरिए निकालने का काम करता है।
इसके साथ ही समय – समय पर भरपूर मात्रा में पानी पीने से पेशाब में जलन, यूरिन इंफेक्शन और अन्य समस्या समाप्त हो जाती है।
  • वजन कम करे

सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से आपका मेटाबॉलिज्म 24 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। जिससे वजन आसानी से कम होता है। वहीँ गर्म पानी पीने से अतिरिक्त चर्बी कम होती है। और आप का वजन कम हो जाता है।

सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से कोशिकाओं को ऑक्ससीजन मिलती है। और वे सक्रिय रहती है। जिससे त्वचा पर ताजगी बनी रहती है।
इसके साथ ही शरीर से हानिकारक तत्व पसीने के द्वारा बहार निकल जाते है। और त्वचा अंदर से साफ हो जाती है। और उसमे नमी बनी रहती है, जिससे त्वचा स्वस्थ व चमकदार दिखाई देती है।
  • शरीर का तापमान

सुबह उठकर खाली पेट पानी पीने से दिन की शुरुआत से ही आपके शरीर का तापमान निंयत्रित रहता है। जिससे छोटी – छोटी बीमारियों से शरीर सुरक्षित रहता है।
गर्म पानी पीने के फायदे


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अच्छी सेहत के लिए सभी लोगो को दिन में 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। लेकिन कई बार लोग ठंडा या गर्म, सादा पानी पीने को लेकर भर्म में रहते है। कई रिसर्च से सामने आया है। कि सुबह उठकर ठंडा या सादा पानी पीने के बजाए गर्म पानी पीने के बहुत ज्यादा फायदे है।
  • अगर भूख कम लगे
अगर भूख कम या ना लगने कि समस्या है तो एक गिलास गर्म पानी में काली मिर्च, नमक और नींबू का रस डालकर पिए। इससे आपकी भूख तेजी से बढ़ती है। और साथ ही पेट भी हल्का रहेगा।
  • कब्ज हो
अगर आप को कब्ज कि शिकायत है। और अक्सर आप का पेट खराब रहता है। तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। इससे कब्ज में भी आराम मिलेगा और पेट भी साफ रहेगा।
इसके अलावा और बहुत से फायदे है गर्म पानी पीने के जिससे आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हो।
मांसपेशियों के लिए जरूरी
पानी पीने से मांसपेशियों में खिंचाव और जोड़ो के दर्द की समस्या कम हो जाती है। और इसके अलावा जब आप का शरीर हाइडेटेड होता है । तो आप बेहतर तरीके से लम्बे समय तक एक्सरसाइज कर पाते है। इसलिए पानी हमारे शरीर में मांसपेशियों के लिए बहुत लाभकारी है।
एनर्जी
अगर आप थकान और कमजोरी महसूस करते है। तो आप के लिए पानी बहुत फायदेमंद होगा। जब हमारे शरीर में हिडाइड्रेशन होता है तो उससे भी हमारे शरीर में थकावट महसूस होती है। इसलिए सही मात्रा में पानी पीना आपके लिए बहुत आवशयक है। इसके अलावा अधिक मात्रा में पानी पीने से हमारे शरीर में अच्छी तरह से ब्लड सर्कुलेशन होता है। और साथ में ब्लड के जरिए शरीर के सेल्स में बहेतर तरीके से ऑक्सीजन और न्यूट्रीएंस पहुंचते है।
किडनी के लिए फायदेमंद
किडनी में स्टोन की समस्या लगातार बढ़ रही है। बच्चो में भी किडनी में स्टोन की समस्या आम हो गई है। इसका मुख्य कारण सही मात्रा में पानी न पीना है। शरीर में मौजूद जो साल्ट और मिनरल्स स्टोन बनाते है। पानी उन साल्ट और मिनरल्स को घोल देता है। जिससे स्टोन होने का खतरा कम हो जाता है।

पानी पीने के कुछ नियम

आहार में जल को पेय आहार यानि जीवन रक्षक कहा है। इसे भोजन से भी ज्यादा महत्व दिया गया है। इसलिए इसे अमृत के सम्मान कहा भी जाता है। पानी पीने के कुछ नियम निम्नलिखित है।


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  • एसिडिटी, अधिक गर्मी का प्रभाव, विष विकार में, अधिक श्रम और खाने के दो घंटे बाद जल पिए।
  • जुकाम, पेट से संबंधी परेशानियां, हिचकी अधिक हो और साँस से संबंधी परेशानिया हो तो पानी को उबाल क्र पीना चाहिए। इस जम को दिन भर थोड़ा -थोड़ा पिए।
  • एक बार में केवल एक गिलास ही पानी पीना चाहिए, वरना अपच की परेशानी हो सकती है।
  • मिश्री मिला पानी पीने से पित नाश और शुक्र वृदि होती है।
  • नया गुड़ जल में मिलाकर पीने से पेशाब में रुकावट दूर होती है।
  • भोजन के तुरत पहले एव बाद में जल न पिए, इससे अपच होती है। कारण भोजन को पचाने वाले रस को जल ठंडा व पतला करता है, जिससे कब्ज और अपच होता है। भोजन के दो घंटे बाद जल पीना बल वर्धक माना जाता है।
  • प्यास लगे उसी समय पीना चाहिए, जल हमेशा घूंट – घूंट कर पीना चाहिए। खड़े होकर जल पीने से घुटना पकड़ लेता है। जल हमेशा बैठ कर ही पीना चाहिए।
  • खाली पेट प्यास लगे तो गुड़ खा कर पानी पिये।
  • जल पीकर तुरत दौड़ना व घुड़सवारी आदि से बचें।
  • जल शांत चित होकर पिये, अधिक शोक, तनाव, क्रोध की स्थिति में न पिये।
  • रात में नीद खुलने पर तुरंत जल पीने से जुकाम हो जाता है।
  • जल कभी भी लेटकर और अँधेरे में न पिये।
  • जल पीने के बाद पहली सांस नाक से न छोड़कर मुंह से छोड़े ।

निम्बू पानी पीने के फायदे



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बड़े – बुजर्गों द्वारा हमेशा से सलाह दी जाती है। कि अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए। लेकिन आमतौर पर सीधे पानी में उन्हें कोई स्वाद नहीं लगता है। ऐसी स्थिति में उन्हें निम्बू पानी पीना चाहिए। क्योकि इसका स्वाद भी होता है और हमारे शरीर में पानी कि मात्रा पूरी हो जाती है। निम्बू पानी पीने के फायदे निम्नलिखित है।
  • निम्बू पानी कैंसरकारी तत्वों का विरोधी है। कैंसर के बचाव के लिए निम्बू पानी बहुत फायदेमंद होता है।
  • स्ट्रेस और ब्लड प्रेशर के लिए निम्बू पानी बहुत अधिक फायदेमंद है।
  • मसूड़ों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए निम्बू पानी एक अच्छा स्त्रोत माना गया है, निम्बू पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर सेवन करने से बहुत फायदा होता है।
  • पेट से संबंधित सभी समस्याओं के लिए निम्बू पानी बहुत फायदेमंद माना जाता है।
  • वजन घटाने के लिए यह एक बहुत ही अच्छा स्त्रोत है, सुबह – शाम शहद के साथ निम्बू पानी पीने से वजन आसानी से घटने लगता है।
  • खराब गला निम्बू – पानी को गुनगुना करके पीने से गले की खराबी से बहुत जल्दी छुटकारा मिलता है।
  • पाचनक्रिया में निम्बू पानी बहुत अधिक फायदेमंद माना जाता है। साथ ही यह एसिडिटी और गठिया के खतरे को भी कम करता है।
  • निम्बू पानी पीने का सबसे अधिक फायदा किडनी स्टोन पर होता है। साथ ही यह किडनी स्टोन बनने के किसी भी खतरे को कम करता है।

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